अश्लील सीडी केस: सीबीआई नहीं दे सकी सीडी बांटने के सबूत, भूपेश बघेल बरी: रायपुर: पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक राजेश मूणत की कथित अश्लील ...
अश्लील सीडी केस: सीबीआई नहीं दे सकी सीडी बांटने के सबूत, भूपेश बघेल बरी:
रायपुर: पूर्व मंत्री और वर्तमान विधायक राजेश मूणत की कथित अश्लील सीडी मामले में बड़ी कानूनी जीत हासिल करते हुए छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को सीबीआई की विशेष अदालत ने बरी कर दिया। अदालत ने अपने 6 पेज के फैसले में स्पष्ट किया कि भूपेश बघेल के खिलाफ सीडी बनाने या बांटने के ठोस सबूत नहीं मिले।
मामले की जांच कर रही सीबीआई यह साबित नहीं कर पाई कि भूपेश बघेल ने इस सीडी को बनाया या इसका वितरण किया। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि बघेल ने केवल सीडी को सार्वजनिक रूप से दिखाया था, लेकिन इसे बनाने या बांटने से उनका कोई सीधा संबंध नहीं पाया गया।
क्या था मामला?
2017 में उस समय के मंत्री राजेश मूणत की कथित अश्लील सीडी सामने आने के बाद राजनीतिक भूचाल आ गया था। इस मामले में सीबीआई ने जांच शुरू की और आरोप लगाया गया कि भूपेश बघेल ने इसे जानबूझकर प्रचारित किया। इसके चलते बघेल को जेल भी जाना पड़ा था।
अदालत ने क्यों किया बरी?
मंगलवार को आए सीबीआई की विशेष अदालत के फैसले में कहा गया कि अभियोजन पक्ष यह साबित करने में विफल रहा कि बघेल ने सीडी बनाई या बांटी। अदालत ने माना कि महज सीडी दिखाने को अपराध नहीं माना जा सकता, जब तक कि इसका निर्माण या वितरण साबित न हो।
भूपेश बघेल की प्रतिक्रिया:
फैसले के बाद भूपेश बघेल ने इसे 'सत्य की जीत' बताया और कहा कि यह मामला उनके खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र था। उन्होंने कहा, "मैं पहले दिन से कह रहा था कि यह मेरे खिलाफ साजिश है। आज न्यायपालिका ने सच को सामने ला दिया।"
राजनीतिक हलचल तेज:
इस फैसले के बाद राज्य में राजनीतिक चर्चाएं तेज हो गई हैं। कांग्रेस ने इसे न्याय की जीत बताया, जबकि भाजपा ने सीबीआई जांच की प्रक्रिया पर सवाल उठाने से इनकार किया।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस फैसले का राज्य की राजनीति पर क्या असर पड़ता है और क्या भाजपा इस मामले में आगे कोई कानूनी कदम उठाएगी।
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